Thursday 31 May 2012

माँ


माँ 
काश  होती वो तो सर हलके से सहला देती 
सुनाकर गीत प्यार भरे मन को जरा बहला देती 
अगर थक जाते राहो में चलते चलते
पकड़कर उंगली क़दमों को डगमगाने से बचा लेती 
माँ अगर होती तू  पास हमे अपने आँचल में छुपा लेती 
दूर हूँ माना तुझसे बहुत माँ
लेकिन तू होती अगर पास तो अपना कहकर सीने से लगा लेती  
पाँव में अगर लगता काँटा भी 
तू खुद उसको प्यार से निकाल देती 
तेरी कमी हर पल सताती है माँ 
तू होती तो मुझे ममता के आँचल में छुपा लेती

BY NEHA SHARMA


             

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